bhairav kavach Secrets

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ಪೂರ್ವ ಸ್ಯಾಮಸಿತಾಂಗೋ ಮೇ ದಿಶಿ ರಕ್ಷತು ಸರ್ವದಾ

ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः ।

इति विश्वसारोद्धारतन्त्रे आपदुद्धारकल्पे भैरवभैरवीसंवादे वटुकभैरवकवचं समाप्तम् ॥



देवदानवगन्धर्वकिन्नरपरिसेवितम् ॥ ४॥

गणराट् पातु जिह्वायामष्टाभिः शक्तिभिः सह ॥ १४॥

जानू च घुर्घुरारावो जङ्घे रक्षतु रक्तपः

बटुक भैरव कवच का व्याख्यान स्वयं महादेव ने किया है। जो इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, वह सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करता है।

अष्टक्षरो महा मन्त्रः सर्वाशापरिपूरकः ।

॥ इति रुद्रयामले महातन्त्रे महाकालभैरवकवचं सम्पूर्णम्॥

 

कवचस्मरणाद्देवि सर्वत्र विजयी भवेत् ।

ನಮಸ್ತ್ರೈಲೋಕ್ಯನಾಥಾಯ ನಾಥನಾಥಾಯ ವೈ ನಮಃ

आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त more info भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

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